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  • इस हफ्ते अमेरिकी चुनाव के नतीजों और डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी के निहितार्थों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा नागरिकों की निजी संपत्ति को लेकर दिए गए फैसले और उत्तर प्रदेश सरकार की बुलडोज़र नीति पर कोर्ट के आदेश पर भी बात की गई. 


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  • इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट अमित दुबे और वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार कुसुम अरोड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक राम किरपाल और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.



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  • इस हफ्ते बढ़ता वायु प्रदूषण और भारत-चीन सीमा विवाद समझौते को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा वायु प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली और हरियाणा सरकार को फटकार, ब्रिक्स के पार्टनर देशों में पाकिस्तान को जगह नहीं, जस्टिस संजीव खन्ना देश के नए चीफ जस्टिस होंगे, ओडिशा में दाना चक्रवात और भारत-कनाडा विवाद आदि विषय भी हफ्तेभर चर्चा का विषय रहे.  

    चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, पर्यावरण विश्लेषक और एन्वायरो कैटलिस्ट के संस्थापक सुनील दहिया और इंडियन एक्सप्रेस की संपादक निरुपमा सुब्रमण्यम शामिल हुईं. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सहायक संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.


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  • इस हफ्ते बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और भारत एवं कनाडा के बीच संबंधो में आए तनाव को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.

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  • इस हफ्ते सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के जन्मदिन, उद्योगपति रतन टाटा के निधन, हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ-साथ हरियाणा विधानसभा चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.

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  • इस हफ्ते पश्चिम एशिया में जारी हिंसा और कई केंद्र शासित प्रदेशों की प्रदूषण कंट्रोल कमेटी में पिछले 10 सालों से खाली पदों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.


    इसके अलावा असम के कामरूप जिले में प्रशासन द्वारा 250 से अधिक मकान ध्वस्त, बीते 25 सितंबर को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण संपन्न, पश्चिम एशिया में जारी तनाव जिसमें करीब 558 लोगों की मौत और 1800 से ज्यादा लोग घायल और फिलिस्तीन के रमाला में इजरायली सैनिक की अल जजीरा ब्यूरो में घुसपैठ कर उसे बंद करने की धमकी देने जैसी खबरें प्रमुख रहीं.


    इसके अलावा  उत्तर प्रदेश में खाने-पीने की जगहों पर नेम प्लेट लगाने का आदेश, क्लाइमेट क्राइसिस एडवाइजरी ग्रुप द्वारा जारी एक रिपोर्ट में पर्यावरणीय बदलाव से निपटने के लिए भारत को बेहतर निगरानी और परीक्षण के तरीके अपनाने और संबंधित तंत्र में सुधार की जरूरत, बदलापुर घटना के आरोपी की पुलिस एनकाउंटर में मौत और श्रीलंका में सत्ता परिवर्तन जैसी खबरों ने भी लोगों का ध्यान खींचा.


    इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान विदेश मामलों के वरिष्ठ पत्रकार इफ़्तिख़ार गिलानी, स्वतंत्र पत्रकार स्मिता शर्मा, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी शामिल हुए. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन  ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “पश्चिम एशिया में पिछले एक सप्ताह से जारी हिंसा को रोकने के लिए शांति प्रस्ताव की पेशकश को इजरायल लगातार ठुकरा रहा है. इजराइल के इस रवैये के कारण आखिर यह संघर्ष किस दिशा में जाता दिखाई दे रहा है?”


    इस सवाल के जवाब में इफ़्तिख़ार कहते हैं, “अमेरिका, फ्रांस इत्यादि देशों ने 22 दिन के युद्ध विराम की अपील की थी लेकिन नेतन्याहू ने इस अपील को खारिज कर दिया. नेतन्याहू किसी भी हालत में अमेरिकी चुनाव से पहले जंग खत्म नहीं होने देना चाहते हैं, जिस दिन चुनाव खत्म होगा नेतन्याहू को अपना बोरिया बिस्तर समेटना होगा.”सुनिए पूरी चर्चा -


    टाइमकोड्स 

    00:36  - इंट्रो और ज़रूरी सूचना  04:30  - सुर्खियां

    20:37 - पश्चिम एशिया में जारी हिंसा 

    01:03:09  - केंद्र शासित प्रदेशों की पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी में खाली पद 

    59:37  - सब्सक्राइबर्स के पत्र   

    01:18:01 - सलाह और सुझाव 


    ट्रांसक्रिप्शन: संध्या वत्स

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    एडिटिंग: उमराव सिंह





     



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  • इस हफ्ते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाने की चर्चाओं, कर्नाटक में प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमले और आईएएस पूजा खेडकर पर लगे कदाचार के आरोपों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.

    इसके अलावा हफ्ते की प्रमुख सुर्खियों में उत्तर प्रदेश चुनावी हार को लेकर बीजेपी का मंथन, बांग्लादेश में चल रहे छात्र आंदोलन में 15 लोगों की मौत, हरिद्वार से दिल्ली के कांवड़ यात्रा रूट में दुकानदारों को अपने नाम की तख्ती लगाने के आदेश और एयर इंडिया की 600 पदों की नौकरियों के लिए लगभग 50 हजार युवाओं की भीड़ जुटने की ख़बरें शामिल रहीं. इस हफ्ते की चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, सबा नकवी, द न्यूज़ मिनट की एडिटोरियल हेड पूजा प्रसन्ना, प्रभात खबर के दिल्ली ब्यूरो प्रमुख प्रकाश के रे शामिल हुए. वहीं चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

    चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “यूपी में नेतृत्व बदलने को लेकर तमाम तरह की कहानियां सामने आ रही हैं. इस सम्बन्ध में भ्रष्टाचार के मामले, लॉ एंड ऑर्डर की समस्या, आरक्षण में धांधली जैसी बातें आ रही हैं. बीजेपी के एक एमएलए ने पिछले 42-45 सालों में सबसे अधिक भ्रष्टाचार  होने जैसे बयान दिए तो वहीं एक अन्य एमएलए फतेह बहादुर सिंह अपनी जान की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल आरक्षण के लाभों के दुरूपयोग पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखती हैं. चुनाव में भी बीजेपी की हार हुई है. क्या इन सब घटनाओं देखते हुए योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता जैसे कभी राम बाबू गुप्ता और कल्याण सिंह को हटाया गया था?”

    इस सवाल के जवाब में सबा कहती हैं, “ अगर आरएसएस योगी को हटाता है तो इससे सामाजिक न्याय का सन्देश जाएगा. साथ ही ये भी लगेगा कि वो हिंदुत्व के मुद्दे से हट गई है. क्या इस चीज़ को आरएसएस मंजूर कर पाएगा?”

    हार के कारणों पर बोलते हुए सबा कहती हैं, “ये चुनाव नरेन्द्र मोदी के नाम पर लड़ा गया था. समाजवादी पार्टी ने जहां जमीनी स्तर पर चुनाव लड़ा तो वहीं बीजेपी ने शो ऑफ किया. बेरोजगारी, भूख, महंगाई जैसे मुद्दों पर कोई कदम नहीं उठाए.” सुनिए पूरी चर्चा -


    टाइमकोड्स 

    00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना  

    03:47 -  सुर्खियां 

    18:32 - डोनाल्ड ट्रंप पर हमला 

    35:00 - सीएम योगी आदित्यनाथ का पद संकट में? 

    01:09:35 - कर्नाटक में प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा  

    01:31:52 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    हृदयेश जोशी 

    प्रियदर्शन का निबंध संग्रह - जो हिंदुस्तान हम बना रहे हैं

    पूजा प्रसन्ना

    त्रिपुर दमन सिंह की किताब- द सिक्सटीन स्टोर्मी डेज़

    अरविंद नारायण की किताब- इण्डियाज अनडिकलेयर्ड इमरजेंसी 

    द न्यूज़ मिनट का कार्यक्रम- लेट मी एक्सप्लेन (प्रति शुक्रवार)

    प्रकाश के रे

    फिल्म: महाराजा 

    टोनी जूट की किताब- यूरोप का इतिहास 1945 से 

    अतुल चौरसिया 

    फिल्म- ओपनहाइमर 


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    प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार 

    एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ अली इकराम 


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  • इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के एक महत्वपूर्ण फैसले में सीआरपीसी की धारा 125 के तहत मुस्लिम महिला को अपने पति से गुज़ारे भत्ते के लिए मिले कानूनी अधिकार पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा मुंबई के हिट एंड रन केस और दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति लागू करने के प्रस्ताव पर भी बात हुई. 

    हफ्ते की प्रमुख सुर्खियों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी मामले में अरविन्द केजरीवाल को अंतरिम जमानत, जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में कई जवानों की शहादत, लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर डबलडेकर बस की टक्कर से 18 लोगों की मौत, यूपी के शामली में नए कानून के तहत पत्रकारों की गिरफ्तारी का पहला मामला, ब्रिटेन और फ्रांस में हुए आम चुनाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा आदि शामिल रहीं.

    इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मृति शर्मा, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नबीला जमील और वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सूर्यवंशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने कियाचर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “क्या सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं को गुज़ारे भत्ते के इस कानून को लाने में देरी कर दी या ये कोई गैरजरूरी हस्तक्षेप है, जैसी चीजें अब तक चल रही थी वैसी चलनी चाहिए थी?”इस सवाल के जवाब में नबीला कहती हैं, “सुप्रीम कोर्ट ने न देरी कि है,न कुछ नया किया है. रिपोर्टिंग में चीजें ऐसी दिखाई दे रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ नया क्रिएट किया है. लेकिन ये चीजें पहले से रही हैं. उन्होंने साल 1920 के जस्टिस कृष्णा अय्यर के जजमेंट के विषय में बात करते हुए कहा कि इसी जजमेंट में यह कहा गया था कि सीआरपीसी की धारा 125 के तहत एक मुस्लिम महिला अपने पति से गुजारा भत्ता मांग सकती है.”

    सुनिए पूरी चर्चा - 


    टाइमकोड्स 

    00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना  

    00:04 - सुर्खियां 

    13:40 - गुजारा भत्ते के अधिकार पर बातचीत 

    41:34 - दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति पढ़ाने का प्रस्ताव

    01:01:50 - हिट एंड रन मामला 

    01:17:25 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 

    01:24:25 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    नबीला

    धारा 125 पर सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट


    स्मिता शर्मा

    स्मिता शर्मा का यू ट्यूब चैनल


    सुधीर सूर्यवंशी 

    डी एन झा की किताब द मिथ ऑफ़ होली काउबी आर अम्बेडकर की किताब द अनटचेबल 

     

    विकास

    नाटक धर्मक्षेत्र  


    अतुल चौरसिया 

    फिल्म - महाराज  

    संतोष सिंह की किताब - द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉइस ऑफ़ द वाइसलेस 


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    प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार 

    एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ़ अली इकराम





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  • इस हफ्ते हाथरस में हुए हादसे, नए आपराधिक कानूनों और संसद के सत्र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में बिहार में दस निर्माणाधीन पुलों का गिरना, संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच ज़बरदस्त बहस, एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया द्वारा संसद में पत्रकारों की आवाजाही फिर से बहाल करने की मांग, हेमंत सोरेन ने फिर से ली झारखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और उत्तर पूर्व भारत में भारी बारिश और भूस्खलन का प्रकोप आदि शामिल रहीं.वहीं, पश्चिम बंगाल उत्तर दिनाजपुर ज़िले में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्त्ता ताजीमुल इस्लाम द्वारा एक प्रेमी जोड़े की पिटाई, ब्रिटेन में लेबर पार्टी की अभूतपूर्व जीत और भारत की 20-20 वर्ल्ड कप में जीत आदि सुर्खियों ने भी लोगों का ध्यान खींचा. इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, एडवोकेट मानसी वर्मा और सुप्रीम कोर्ट के वकील अनस तनवीर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अनमोल प्रितम और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.


    चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “हाथरस का पूरा घटनाक्रम क्या था? बाबा कौन थे और उनकी उस इलाके में कैसी छवि है?”


    इन सवालों के जवाब में ग्राउंड पर मौजूद रिपोर्टर अनमोल बताते हैं, “हाथरस और आस-पास के जिलों में भोले बाबा बेहद लोकप्रिय हैं और उनके भक्त लाखों में हैं. हमें कुछ ऐसे लोग भी मिले जो कहीं जा रहे थे, रास्ते में उन्हें पता चला कि भोले बाबा का सत्संग है तो वह भी शामिल हो गए. इस कार्यक्रम में 80 हजार लोगों को शामिल होने की अनुमति थी लेकिन लगभग 2 लाख से ज्यादाा लोग शामिल हुए.”


    सुनिए पूरी चर्चा - 


    टाइम कोड्स


    00:00 - 04:51 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना 


    04:55 - 28:36 - सुर्खियां


    28:40 - 54:05 - हाथरस हादसा और अंधविश्वास


    54:06 - 1:26:00 - नए आपराधिक कानून 


    1:26:00 - 1:33:05 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 


    1:33:05 - 1:51:05 - मध्यप्रदेश में चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज’


    1:51:05 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    मानसी वर्मा 

    अरुंधति रॉय की किताब - द हैंगिंग ऑफ़ अफ़ज़ल गुरु  


    अनस तनवीर 

    श्रीलाल शुक्ल की किताब - राग दरबारी 

    काशीनाथ सिंह की किताब - काशी का अस्सी 


    शार्दूल कात्यायन 

    कार्ल सेगन की किताब - डेमोन हॉन्टेड वर्ल्ड 

    टीवी सीरीज - कॉसमॉस 

    प्रशांत सागर की कविता - गुप्त प्रेम पत्र 


    अतुल चौरसिया

    मुश्ताक़ अहमद युसुफी की किताब -खोया पानी 


    हृदयेश जोशी 

    रस्किन बांड की रस्टी सीरीज 

    अनमोल की हाथरस से रिपोर्ट 


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    प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार 

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  • इस हफ्ते असम में आई बाढ़, दिल्ली में हुई बारिश और 18वीं लोकसभा के पहले सत्र पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नीट मामले में सीबीआई द्वारा दो लोगों की गिरफ़्तारी, सीबीआई ने एक्साइज पॉलिसी मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, अट्ठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत, ओम बिरला फिर चुने गए लोकसभा अध्यक्ष और राहुल गांधी बने विपक्ष के नेता आदि खबरें भी चर्चा में रहीं.  


    इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, ईश्वर और अमित कुमार ने शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रबंध संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन विकास जांगड़ा ने किया.चर्चा का संचालन करते हुए विकास कहते हैं, “संसद का सत्र शुरू हो चुका है, ओम बिरला फिर से अध्यक्ष चुन लिए गए, दस साल बाद हमने देखा कि विपक्ष का नेता भी है लेकिन जैसे ही सत्र शुरू हुआ सोमवार तक के लिए स्थगित भी हो गया.”


    स्मिता इस विषय पर अपने विचार रखते हुए कहती हैं, “विपक्ष का रुख़ इस बार ज़्यादा आक्रामक होगा, वहीं ओम बिरला जी को नॉमिनेट करने के कई निहितार्थ हैं. यह वही अध्यक्ष हैं जिनके रहते 150 सांसदों का निलंबन हुआ. वहीं, पीएम मोदी ने कैबिनेट के चेहरों में भी कोई खास बदलाव नहीं किया. वह संदेश देना चाहते हैं कि कुछ नहीं बदला है.”सुनिए पूरी चर्चा - 


    टाइम कोड्स


    00 - 02:25 - इंट्रो एवं ज़रूरी सूचना

    02:30 - 04:28 - सुर्खियां

    04:30 - 35:35 - असम में बाढ़ से बिगड़े हालात 35:36 - 01:04:46 - संसद का नया सत्र  

    01:04:46 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    स्मिता शर्मा 


    संकर्षण ठाकुर का लेख - शैडोई विक्टिमहुड: इंदिरा फाइंड्स रिफ्लेक्शन इन नरेंद्र मोदी 


    ईश्वर 


    वेब सीरीज - मामला लीगल है 


    अमित कुमार 


    डॉली किकॉन किताब - लिविंग विद आयल एंड कोल


    रमन किरपाल 


    फिल्म - महाराज 


    विकास जांगड़ा

    फिल्म - महाराज


    असम में बाढ़ के इतिहास पर लेख


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    प्रोड्यूसर: आशीष आनंद 


    एडिटिंग: उमराव सिंह


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  • इस हफ्ते एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में बदलाव और मध्यप्रदेश में ग्यारह घरों पर चले बुलडोज़र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में अरविंद केजरीवाल को ज़मानत मिलने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट से ज़मानत पर रोक, नेट का पर्चा लीक होने के बाद परीक्षा की गई रद्द, वर्क परमिट रिन्यू नहीं होने के चलते फ़्रांसिसी पत्रकार को 13 साल भारत में पत्रकारिता करने के बाद छोड़ना पड़ा देश, राहुल गांधी ने वायनाड लोकसभा से दिया इस्तीफ़ा और भीषण गर्मी के चलते दिल्ली में करीब 400 मौतें और बिजली की मांग ने तोड़े कई रिकॉर्ड आदि शामिल इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर और यूट्यूबर रविकांत किसाना और वरिष्ठ पत्रकार कल्पना शर्मा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सीनियर रिपोर्टर प्रतीक गोयल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “बारहवीं की किताब में अयोध्या से जुड़े पाठ को और ग्यारहवीं की किताब में माइनॉरिटी अपीज़मेंट से जुड़े खंड में बदलाव किया गया है.” रविकांत से सवाल करते हुए अतुल कहते हैं “यह पूरा विवाद क्या है जिस पर योगेंद्र यादव ने टिप्पणी की है?”


    रविकांत जवाब देते हुए कहते हैं, “एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव का मुद्दा कोई नया नहीं है और यह बहुत समय से हो रहा है और आगे भी होगा, अभी जो मुद्दा है कि पोलिटिकल साइंस की किताबों में बदलाव किया गया है, जिसमें बाबरी और अयोध्या से जुड़े खंड में बदलाव किया है, मेरे लिए बतौर शिक्षक इस बदलाव से ज़्यादा इसके पीछे का जो कारण बताया गया है, वह समस्या पैदा करने वाला है.”

    सुनिए पूरी चर्चा - 


    टाइम कोड्स


    00 - 04:04 - इंट्रो 


    04:04 - 16:53 - सुर्खियां


    16:53 - 18:26 - ज़रूरी सूचना 


    18:27 - 1:02:18 - एनसीईआरटी की किताबों के पाठ्यक्रम में बदलाव 


    1:02:25 - 1:19:52 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 


    1:19:52 - मध्यप्रदेश में चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज’


    1:49:20 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    रविकांत 


    नरेंद्र मोदी की किताब एग्जाम वॉरियर्स 


    कल्पना शर्मा 


    हरिशंकर परसाई का निबंध - भक्त से भेंट 

    डॉक्यूमेंट्री - प्रिटेंड इट्स अ सिटी 

    द गार्डियन पर ओलिवर बर्कमैन का कॉलम 


    हृदयेश जोशी 


    कान्त की मोरल थ्योरी 


    अतुल चौरसिया 


    कॉमिक पत्रिका - कश्मीर की कहानी 


    विकास जांगड़ा 

    मोनू मानेसर पर न्यूज़लॉन्ड्री की डॉक्यूमेंट्र 


    सीजेपी का गौहत्या कानूनों पर लेख 



    ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  


    प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार 


    एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल



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  • इस हफ्ते नीट यूजी के पेपर लीक और जम्मू कश्मीर में हुई आतंकवादी घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लाल किले पर हमले के मामले में लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ की दया याचिका ख़ारिज, उड़ीसा में पहली बार बनने जा रही बीजेपी सरकार, चंद्रबाबू नायडू ने ली आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ, आरएसएस प्रमुख और एक अन्य नेता का मौजूदा सरकार और बीजेपी को लेकर बयान, आरएसएस के नेता शांतनु सिन्हा ने बीजेपी आईटी प्रमुख अमित मालवीय पर लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप और अरुणाचल प्रदेश में चीन ने कई गांवों के नामों में किया बदलाव, जिसके बाद भारत सरकार का तिब्बत में 30 जगहों के नाम बदलने को लेकर विचार आदि शामिल रहीं.

    इस हफ्ते चर्चा में इंडियन एक्सप्रेस की सीनियर सब एडिटर दीक्षा टेरी, जम्मू से वरिष्ठ पत्रकार ज़फर चौधरी और एमबीबीएस डॉक्टर व आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पाण्डे शामिल हुए . इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “पटना में इस मामले को लेकर एक एफआईआर दर्ज हुई थी, जो जांच का विषय है. इस बार के जो नतीजे हैं, उसमें पहली बार कुछ अलग आंकड़े आए हैं, 67 छात्रों ने 720 नंबरों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है. 2023 में केवल 2 और 2022 में केवल 1 छात्र ने यह कीर्तिमान स्थापित किया था. यह बहुत सारे सवाल खड़े करता है.”


    इस मामले में अपनी बात रखते हुए दीक्षा कहती हैं, “इस बार 23 लाख से ऊपर बच्चों ने रजिस्टर किया और 22 लाख बच्चे पास हुआ हैं. एनटीए का कहना है कि पेपर आसान था. हालांकि, पेपर इतना भी आसान नहीं था कि सीधे 67 बच्चे टॉप करेसुनिए पूरी चर्चा - 


    टाइम कोड्स

    00:00 - 03:20 - इंट्रो और जरूरी सूचना

    03:20 - 08:45 - सुर्खियां

    11:30 - 56:03 - नीट पेपर लीक विवाद 

    56:04 - 1:21:45 - जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं 

    1:21:45 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    दीक्षा टेरी

    वरुण ग्रोवर की फिल्म ऑल इंडिया रैंक 


    विवेक पांडे 

    कोटा में तैयारी करने वाले छात्रों पर डॉक्यूमेंट्री   


    ज़फर चौधर 

    रोबर्ट डी कैप्लन की किताब द ट्रैजिक माइंड 

    डिस्पैच पर लेख - नोट्स फ्रॉम माई लास्ट डायरी 


    रमन किरपाल  

    द हिन्दू का लेख - द नीट शीटर्स 

    न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़ 


    अतुल चौरसिया 

    न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़

    नेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री -हिटलर एंड द नाज़ीज 


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    प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार 

    एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल


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  • इस हफ्ते आम चुनावों के नतीजों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय इन चुनावों में समाजवादी पार्टी का उत्तर प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, और तमिलनाडु में मद्रास हाई कोर्ट ने सभी ट्रांसजेंडर्स को समस्तरीय रूप से आरक्षण देने का दिया आदेश आदि रहेइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार अनीता कात्याल और हृदयेश जोशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिनंदन सेखरी, स्तंभकार आनंद वर्धन और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.

    चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “गठबंधन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार बनने वाली है. मुसलमानों को आरक्षण देने की बात करने वाली तेलगु देशम पार्टी हो, तो क्या नरेंद्र मोदी की राह इतनी आसान होने वाली है?” इस विषय पर अपने विचार रखते हुए हृदयेश कहते हैं, “यह एक वास्तविकता है कि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है लेकिन उनके पास इतनी ज़्यादा सीटें हैं कि वह बहुत ज़्यादा परेशान नहीं होंगे जैसे कि कांग्रेस की सरकार जो यूपीए 2 थी उसमें 206 सीटें थीं और यूपीए वन में लेफ्ट का 60 सीटों का ब्लॉक था.”सुनिए पूरी चर्चा - 

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    11:30 - 48:22 - एनडीए सरकार की चुनौतियां 

    46:22 - 1:14:40 - असफल एग्जिट पोल्स और मार्केट पर असर 

    1:34:15 - 1:46:15 - बहुजन समाज पार्टी और मायावती का पतन 

    1:46:15 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    अनीता कात्याल

    ड्रामा सीरीज अ जेंटलमैन इन मास्को और द टैलेंटेड मिस्टर रिप्ली 

    हृदयेश जोशी 

    फ्रांज़ काफ्का की बायोग्राफी काहिंदी अनुवाद 

    अभिनन्दन सेखरी 

    एनडीए की पार्लियामेंट्री मीट 

    आनंद वर्धन 

    त्रिपुर्दमन सिंह की किताब - सिक्सटीन स्टॉर्मी डेज 

    शार्दूल कात्यायन

    न्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइ करें 

    पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का इंटरव्यू 

    अतुल चौरसिया 

    सोहन लाल द्विवेदी की कविता - कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती 

    न्यूज़लॉन्ड्री की लाइव इलेक्शन रिजल्ट्स कवरेज 


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  • इस हफ्ते जानलेवा होती जा रही गर्मी और सातवें चरण के चुनावों को लेकर चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय गुजरात के एक गेम जोन और दिल्ली में बच्चों के एक अस्पताल में लगी आग, सेक्स स्कैंडल केस में प्रज्ज्वल रेवन्ना गिरफ्तार, और पूर्वोत्तर भारत में रीमल नामी चक्रवाती तूफ़ान से आई तबाही के अलावा भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के गाड़ियों के क़ाफ़िले से 2 लोगों की मौत आदि रहइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, तमल साहा और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट के लीड कंसलटेंट अविकल सोमवंशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “मैंने व्यक्तिगत तौर पर यह महसूस किया है कि इस बार गर्मी में खास बात यह है कि रात को भी तापमान नीचे नहीं जा रहा. इसके पीछे कारण क्या हैं?”


    अविकल इस सवाल के जवाब में कहते हैं, “मैंने भारत के 6 महानगरों का पिछले 20 सालों का डाटा देखा. जिसमें यह काफी स्पष्ट रूप से नज़र आ रहा है कि सदी की शुरुआत में दिल्ली में दिन के मुक़ाबले रात को तापमान 12 से 14 डिग्री नीचे होता था लेकिन पिछले दो सालों से यह बस 8 या 9 डिग्री जा रहा है. यह खतरनाक भी है. इससे इंसान की काम करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार रात की गर्मी दिन की गर्मी से ज़्यादा खतरनाक है.सुनिए पूरी चर्चा -


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    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    स्मिता शर्मा  

    स्वतंत्र मीडिया को सहयोग दें

    रेड माइक चैनल पैर सौरभ शुक्ला की रिपोर्ट्स   


    अविकल सोमवंशी  

    सेंटर फॉर साइंस की हीट वेव पर रिपोर्ट 


    तमल साहा 

    न्यूज़लॉन्ड्री की चुनावी कवरेज तमल साहा की न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़ द ट्र 


    विकास जांगड़ 

    वेब सीरीज : लॉ एंड आर्डर 

    मुग़ले आज़म का गीततेरी महफ़िल में क़िस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगेरमन किरपाल 

    न्यूज़लॉन्ड्री के रिपोर्टरबसंत कुमार की चुनावी कवरेज   

    इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट : व्हेन अ  वेडिंग काल्ड ऑफ ओवर अ किस

    वेब सीरीज: स्कूल ऑफ़ लाइज 


    शार्दूल कात्यायन

    वेब सीरीज : फॉल आउट 

    फिल्म: जाने भी दो यारों 

    बीबीसी की रिपोर्ट: क्लाइमेट चेंज 


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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनावों की सरगर्मी और पुणे में हुआ सड़क हादसा रहे. 


    इसके अलावा हफ्तेभर में चुनाव आयोग द्वारा फिर देरी से जारी किए गए पांचवे चरण के मतदान के आंकड़ों और सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर हो रही सुनवाई, स्वाति मालीवाल के आरोप के बाद विभव कुमार की गिरफ्तारी, फर्रुखाबाद के वायरल वीडियो के बाद ईवीएम पर आठ वोट डालने के आरोप में भाजपा नेता के बेटे की गिरफ़्तारी, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत, जम्मू कश्मीर में भाजपा से जुड़े पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या, उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप और सिंगापुर में टर्बुलेन्स में जहाज़ फंसने के कारण एक व्यक्ति की मौत आदि सुर्खियों ने भी चर्चा बटोरी.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और नदीम इनामदार शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.पुणे में हुई रैश ड्राइविंग की घटना से चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “घटना के बाद नाबालिग को ज़मानत मिल गई लेकिन लोगों में उठे आक्रोश के बाद नाबालिग के पिता को गिरफ्तार किया गया और दादा के भी अंडरवर्ल्ड से संबंध नज़र आए. ऐसी घटनाओं को कवर करने वाले पत्रकारों का मानना है कि इसमें ज़्यादा कुछ नहीं होगा क्योंकि हमारा क़ानून इसमें सख्ती से सजा नहीं देता.”


    इस विषय पर टिपण्णी करते हुए हृदयेश कहते हैं, “शराब पीकर गाड़ी चलाने को हमारे देश में गंभीरता की काफी कमी है जबकि विदेशों में इस लेकर सख़्त नियम बनाए गए हैं. यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना शोर मचाना यह एक फैशन है. इसमें सिर्फ कार ड्राइवर्स नहीं हैं बस और ट्रक ड्राइवर्स के लिए भी यह एक सामान्य बात है.”चर्चा में छठे चरण के मतदान के मद्देनज़र राजनीतिक मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई-

    सुनिए पूरी चर्चा -


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    08:00 - 34:50 - पुणे कर हादसा 

    34:50 - 43:22 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 

    43:22 - 1:23:15 - लोकसभा चुनाव और चुनाव आयोग 

    1:23:15 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    हृदयेश जोशी 

    न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट कचुनावी कवरेज 


    आनंद वर्धन 

    प्रणय रॉय और दोराब सुपारीवाला की किताब- वर्डिक्ट 


    विकास जांगड़ा नेटफ्लिक्स पर स्कूप डाक्यूमेंट्री

    हरियाणा से बसंत कुमार की रिपोर्ट  


    शार्दूल कात्यायन

    लल्लनटॉप की कन्नौज से रिपोर्ट

    फिल्म: लॉ अबाइडिंग सिटिज़  


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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंटरव्यू में दावा करना कि वो कभी हिन्दू-मुसलमान यानि सांप्रदायिक बातें नहीं करते, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का आरोप कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके साथ हुई अभद्रता आदि रहे. इसके अलावा मुंबई में 13 मई को होर्डिंग गिरने से हुआ हादसा पर भी विस्तार से बात हुई. 

     

    इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और यूट्यूबर सोहित मिश्रा शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.


    मुंबई में होर्डिंग गिरने से हुए हादसे से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “हमारे शहरों का इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा है कि कभी होर्डिंग गिर जाती है तो कभी भारी बारिश से सड़कें असुरक्षित हो जाती हैं. महानगरों में इन सभी खामियों को देखकर आगे बढ़ने की प्रवत्ति पनप रही है, उस पर कोई दूरगामी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती?”सोहित इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहते हैं, “बॉम्बे म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) का अकेले का बजट इस साल सात हज़ार करोड़ था, जो कई राज्यों के बजट से ज़्यादा है. लेकिन जब ऐसा कोई हादसा होता है तो हमने यह देखा है कि बीएमसी सबसे पहले हाथ उठा लेती है. इस केस में भी ऐसा ही हुआ क्योंकि यह ज़मीन रेलवे की थी. जैसे ही लोगों की मौत हुई बीएमसी ऑफिसियल ने कहा कि हमने तो इजाज़त दी नहीं, इजाज़त रेलवे वालों ने दी.”

    सुनिए पूरी चर्चा -


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    03:02 - 11:30 - सुर्खियां

    11:40 - 38:10 - मुंबई में हुआ होर्डिंग हादसा और प्रशासन की लापरवाही 

    38:11 - 1:03:22 - पीएम मोदी का बयान और रीढ़विहीन मीडिया  

    1:03:22 - 1:18:15 - स्वाति मालीवाल विवाद 

    1:18:49 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

    सोहित मिश्रा 

    मेहदी हसन की किताब- विन एव्री ऑर्गुमेंट 


    स्मिता शर्मा 

    द गार्डियन पर अमित शाह की प्रोफाइल 


    शार्दूल कात्यायन

    न्यूज़लॉन्ड्री परश्रीनिवासन जैन की बृजभूषण सिंह के साथ बातचीत

    लल्लनटॉप की चुनावी यात्रा में कार्यक्रम - किरदार कन्नौज के  


    रमन किरपाल 

    सुशील मोदी की स्मृति में इंडियन एक्सप्रेस पर उनके बेटे का लेख और न्यूज़लॉन्ड्री पर आनंदवर्धन का ले 

    हॉट स्टार पर डाक्यूमेंट्री: लेट इट बी 


    अतुल चौरसिया

    उत्तराखंड के वनों में लगी आग पर ह्रदयेश जोशी की ग्राउंड रिपोर्ट 


    ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  

    प्रोड्यूसर: आशीष आनंद

    एडिटिंग: उमराव सिंह


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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तेलंगाना में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अंबानी-अडाणी का जिक्र करना, रंगभेद वाले बयान पर विवाद के बाद सैम पित्रोदा का इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना, संदेशखली घटना से जुड़ा स्टिंग सामने आना और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा भतीजे आकाश आनंद पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया जाना आदि रहे.


    इस हफ्ते चर्चा में ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सुमित महस्कर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से हृदयेश कुमार, स्तंभकार आनंद वर्धन और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

    सुनिए पूरी चर्चा-


    टाइम कोड्स

    00 - 03:01 - इंट्रो और जरूरी सूचना

    03:02 - 19:14 - सुर्खियां

    19:15 - 48:10 - प्रधानमंत्री का अंबानी-अडाणी पर निशाना और सैम पित्रोदा का इस्तीफा

    48:11 - 1:02:12 - संदेशखली घटना से जुड़े स्टिंग का सामने आना 

    1:02:13 - 1:16:15 - सब्सक्राइबर्स के पत्र

    1:16:16 - 1:35:13 - मायावती द्वारा आकाश आनंद को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाना

    1:35:14 - 1:46:49 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी

    किताब- हैंडबुक ऑन क्लाइमेट चेंज


    आनंद वर्धन

    किताब- व्हाई वी डाई

    सुधीर कक्कड़ की किताबें-इंटिमेट रिलेशंस और इनर वर्ल्ड


    शार्दूल कात्यायन

    न्यूज़लॉन्ड्री पर पढ़िए अरावली की ल

    प्रेमचंद की किताब- नमक का दरोगा


    सुमित महस्कर

    अतुल गावंडे की किताब- बीइंग मोर्टल

    साई बालकृष्णन की किताब- शेअरहोल्डर्स सिटीज 


    अतुल चौरसिया

    न्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्शन से जुड़ी रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यपढ़ें और देखें


    ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी 

    प्रोड्यूसर: आशीष आनंद

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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय एसआईटी द्वारा 'यौन शोषण' मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करना और महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण सिंह को कैसरगंज से टिकट मिलना आदि रहे. 


    हफ्ते की अन्य सुर्खियों में 1 मई को ई-मेल के जरिए दिल्ली-एनसीआर के करीब 50 स्कूलों में बम से उड़ाने की मिली धमकी, एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को किया स्वीकार, तेलंगाना में कांग्रेस पर बरसते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘जब तक जिंदा हूं ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण मुसलमानों को नहीं देने दूंगा' आदि ख़बरें शामिल रहीं.

     

    इस हफ्ते चर्चा में लेखक एवं बीबीसी की द्विभाषी संवाददाता प्रियंका दुबे और स्वतंत्र पत्रकार काजल अय्यर शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अवधेश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के पॉडकास्ट हैड शार्दूल कात्यायन ने किया.

    चर्चा की शुरुआत में 'यौन शोषण' मामले में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए जाने को लेकर शार्दूल सवाल करते हैं, “एक लेखिका और पत्रकार होने के नाते आप इस मामले को कैसे देख रही हैं?”


    इसके जवाब में काजल अय्यर कहती हैं, “ये सिर्फ सेक्स स्कैंडल का मामला नहीं है. ये एक तरह की मानसिक बीमारी है. रेवन्ना के सत्ता के अहंकार के कारण ही यह मुमकिन हो सका है. वह काफी बाहुबली परिवार से हैं. उनके दादा देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. भाजपा हमेशा परिवारवाद के खिलाफ बोलती रहती है लेकिन यहां तो परिवारवाद और अपराध दोनों है तो फिर कुछ क्यों नहीं कह रही है. राजनीति से बिल्कुल परे ये समाज के लिए एक चिंता का विषय है. किसी शक्तिशाली परिवार के एक व्यक्ति द्वारा ऐसी हरकत करने पर उसको कोई सजा नहीं होती है तो समाज में यह संदेश जाएगा कि अगर आप भी चाहें तो किसी महिला का शोषण कर सकते हैं और आप पर कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि आपके पास वीडियो है, जिससे महिला की बदनामी होने वाली हैसुनिए पूरी चर्चा-


    टाइम कोड्स

    00 - 04:47 - इंट्रो और जरूरी सूचना

    04:48 - 15:41 - सुर्खियां

    15:42 - 58:47 - 'यौन शोषण' मामले में एसआईटी का प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर 

    58:48 - 1:09:46 - सब्सक्राइबर्स के मेल

    1:09:47 - 1:34:04 - यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण सिंह को कैसरगंज से टिकट 

    1:34:05 - 1:38:08 - सलाह और सुझाव 


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए


    काजल अय्यर

    हरिशंकर परसाई की किताब


    प्रियंका दुबे

    धूमिल की कविताएं

    निराला की कविताएं


    अवधेश कुमार

    फिल्म- अमर सिंह चमकीला

    द डिक्टेटर

    न्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्शन से जुड़ी रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यपढ़ें और देखें


    शार्दूल कात्यायन

    न्यूज़लॉन्ड्री पर हृदयेश जोशी कीरिपोर्ट

    गेम- स्टेलर ब्लेड


    ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी 

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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं की नफरती बयानबाजी, एबीसी न्यूज़ की ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस का भारत सरकार पर उनके वर्क वीजा को आगे न बढ़ाए जाने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ना और सूरत में लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत आदि रहे.


    इस हफ्ते चर्चा में एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष एवं द सिटीजन की मुख्य संपादक सीमा मुस्तफा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रमन किरपाल, हृदयेश जोशी और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद नेताओं की बयानबाजी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी का बयान सिर्फ हेट स्पीच का मसला है या फिर एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है?”


    इसके जवाब में सीमा मुस्तफा कहती हैं, “ये शुरू से ही एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है. ध्रुवीकरण की विचारधारा, फूट डालो और शासन करो एवं स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयासों को हम दस साल से देख रहे हैं. निर्वाचन क्षेत्रों से संकेत आ रहे हैं कि भाजपा के लिए स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए प्रधानमंत्री ने ज्यादा खुलकर बात की है. बात सिर्फ चुनाव की नहीं है लेकिन जब आप चुनाव जीतने के लिए ऐसे तरीके अपनाते हैं तो इससे देश को बहुत नुकसान होता है. साथ ही असुरक्षा बढ़ती है, वो भी सिर्फ एक समुदाय के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए.”

    सुनिए पूरी चर्चटाइम कोड्स

    00 - 02:14 - इंट्रो और जरूरी सूचना

    02:15 - 09:47 - सुर्खियां

    09:48 - 58:41 - प्रधानमंत्री का राजस्थान के बांसवाड़ा में दिया गया बयान

    58:42 - 1:06:56 - सब्सक्राइबर्स के मेल

    1:06:57 - 1:08:39 - अपील

    1:08:40 - 1:22:04 - ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने वर्क वीजा की अवधि आगे न बढ़ाए जाने का आरोप लगाते हुए भारत छोड़ 

    1:22:05 - 1:29:27 - सलाह और सुझापत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसीमा मुस्तफा

    फिल्म- एनाटोमी ऑफ ए फॉल


    आनंद वर्धन

    किताबें- ग्लोबलाइजेशन एंड इट्स डिस्कंटेंट्स

    इन डिफेंस ऑफ ग्लोबलाइजेशन

    हृदयेश जोशी

    किताब- द प्राइस ऑफ इनईक्वैलिटी


    रमन किरपाल

    देखिए और पढ़िए इलेक्शन कवरेज से जुड़ी न्यूज़लॉन्ड्री, द न्यूज़ मिनट, मूकनायक और ईस्ट मोजो की साझा रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यू हमवेबसाइट पर


    शो- मैंडेट 2024


    एप्पल टीवी पर सीरीज- द न्यू लुक


    अतुल चौरसिया

    देखिए और पढ़िए इलेक्शन कवरेज से जुड़ी न्यूज़लॉन्ड्री, द न्यूज़ मिनट, मूकनायक और ईस्ट मोजो की साझा रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यू हमवेबसाइ


    एबीसी पर पॉडकास्ट सीरीज- लुकिंग फॉर मोदी


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    एडिटिंग: उमराव सिंह


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  • इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनाव क पहले चरण का मतदान और इजरायल एवं ईरान के बीच पैदा हुए तनावपूर्ण हालात रहे. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कांकेर में माओवादियों एवं सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 29 माओवादी की मौत और एक सुरक्षाकर्मी के घायल होने पर भी चर्चा हुई 


    हफ्ते की अन्य सुर्खियों में भाजपा ने जारी किया लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र, कांग्रेस ने दिल्ली और पंजाब सहित लोकसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की एक और सूची की जारी और शनिवार को मणिपुर के इंफाल इलाके में दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत आदि ख़बरें भी शामिल रहीं. 


    इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा और स्वतंत्र पत्रकार काशिफ काकवी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया चर्चा की शुरुआत में चुनावी सरगर्मी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से शुरुआत में बड़ी तेजी से मतदान देखने के मिला खासकर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, कैराना और रामपुर में. साथ ही ऐसी ख़बरें भी आई कि मुस्लिम महिलाओं का बुर्का खुलवाया जा रहा है. जिसकी वजह से मतदान की प्रक्रिया धीमी हो गई. आप इसे कैसे देखती हैं?”


    इसके जवाब में स्मिता शर्मा कहती हैं, “गर्मी के मौसम की वजह से दोपहर में मतदान की प्रक्रिया धीमी पड़ी. जहां तक बुर्का हटवाने की बात है वो मतदाता के पहचान पत्र से उनके चेहरे का मिलान करने के लिए किया जा रहा. हालांकि, यहां पर बीजेपी की लहर नजर नहीं आ रही है. जो कि राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर दिखाया जा रहा है. वहीं, नगीना सीट पर मुस्लिम और दलित समुदाय चंद्रशेखर आजाद के साथ दिख रही है. मुजफ्फरनगर में संजीव बालियान के लिए लड़ाई आसान नहीं है. इसके अलावा भी कई सीटें ऐसी हैं जहां पर समुदाय के आधार पर वोट बहुत बंटे हुए नजर आ रहे हैं. इस बार सांप्रदायिक कि बजाए जातीय ध्रुवीकरण ज्यादा नजर आ रहा है.”


    सुनिए पूरी चर्चा-


    टाइम कोड्स

    00 - 02:06 इंट्रो

    02:07 - 12:15 सुर्खियां

    12:16 - 43:03 लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मी

    43:04 - 44: 16 अपील और जरूरी सूचना

    44:17 - 57:56 इज़रायल और ईरान के बीच युद्ध  

    57:57 - 1:08:50 सब्सक्राइबर्स के मेल

    1:08:51 - 1:27:50 कांकेर में माओवादियों एवं सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ 

    1:27:51 - 1:33:41 सलाह और सुझाव


    पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए


    शार्दूल कात्यायन

    एनिमेटेड सीरीज- एक्स मैन 97

     

    विकास जांगड़न्यूज़लॉन्ड्री पर आकाश आनंद काइंटरव्य

    नेटफ्लिक्स पर फिल्म- अमर सिंह चमकीला


    काशिफ काकवी

    नेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री


    अतुल चौरसिया

    नेटफ्लिक्स पर फिल्म- अमर सिंह चमकीला


    ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी 

    प्रोड्यूसर: आशीष आनंद 

    एडिटिंग: उमराव सिंह ा


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